इस कोर्स में ट्रेड की राशि और ट्रेड खोलने पर चर्चा करते समय हमने पहले ही जोखिम प्रबंधन पर चर्चा कर ली है। आइए उन सुझावों की समीक्षा और उन्हें सारांश में प्रस्तुत करते हैं जो मुनाफ़े को बढ़ाने और घाटे को कम करने में मदद करेंगे।
1. सिर्फ उसी पैसे से ट्रेड करें जिसे आप गंवाने को तैयार हैं। पक्का करें कि आप उन पैसों से ट्रेड कर रहे हैं जिनकी जरूरत आधारभूत जीवनयापन के लिए नहीं हैं।
2. समझदारी से चुनें कि एक ट्रेड पर कितना निवेश करना है। अपने जोखिमों को नियंत्रित रखने के लिए, एक ही ट्रेड में अपनी डिपॉज़िट राशि के 10% से अधिक का जोखिम न लें। आम तौर पर किसी ट्रेड पर आपके ट्रेडिंग खाते की शेष राशि (बैलेंस) का 1% से 5% के बीच निवेश करने की सिफारिश की जाती है।
3. विविधता लाएँ (डाइवर्सिफाई) | अपने ट्रेडों को विभिन्न असेट्स, जैसे मुद्रा जोड़ियां, इंडेक्स और धातुओं में विस्तार करें। एक क्षेत्र में हुए घाटे को दूसरे क्षेत्र में लाभ के साथ संतुलित करने में विविधीकरण मदद कर सकता है, इस प्रकार आपके ट्रेडिंग पोर्टफोलियो के लिए समग्र जोखिम कम हो जाता है।
4. Stop Loss और Take Profit का इस्तेमाल करें। Forex मोड में, अपने नुकसान को सीमित करने के लिए Stop Loss का इस्तेमाल करें और अपने मुनाफ़े को लॉक करने के लिए Take Profit का इस्तेमाल करें। अपने Stop Loss को ऐसे लेवल पर सेट करें जो ट्रेड को उतार-चढ़ाव करने के लिए कुछ जगह उपलब्ध कराए और साथ ही साथ आपको बड़े नुकसान से भी बचाए। अपने खाते की शेष राशि (बैलेंस) को बढ़ाने के लिए, आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि प्रत्येक ट्रेड में आपका संभावित मुनाफ़ा (Take Profit) आपके संभावित नुकसान (Stop Loss) से ज्यादा हो। उदाहरण के लिए, अगर आप $15 पर Take Profit सेट करते हैं, तो Stop Loss तीन गुना कम हो सकता है, यानी कि $5। ध्यान दें कि मल्टीप्लायर का इस्तेमाल करने से संभावित मुनाफ़ा और नुकसान दोनों बढ़ जाते हैं।
5. एक ट्रेडिंग योजना विकसित करें और उस पर कायम करें। इस योजना में आपके लक्ष्य, जोखिम सहनशीलता, ट्रेडिंग रणनीति और ट्रेड में प्रवेश करने और बाहर निकलने के मानदंड की रूपरेखा होनी चाहिए। योजना पर कायम रहकर, आप अपनी भावनाओं या अल्पकालिक बाज़ार के उतार-चढ़ाव से प्रभावित होने के बजाय ज्यादा अनुशासित और तर्कसंगत निर्णय लेने में सक्षम होंगे।
जब आप जान जाते हैं कि आपने अपने जोखिमों के बारे में अच्छी तरह से सोच लिया है, तो आप अपने ट्रेडिंग के लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए शांत और आश्वस्त महसूस कर सकते हैं। यह दृष्टिकोण आपके वित्त को नियंत्रित और आपके दिमाग को स्पष्ट रखता है ताकि आप लाभप्रद ट्रेड कर सकें।
आगे
अगले सेक्शन में, आप सीखेंगे कि एक ट्रेडर के तौर पर बढ़त को कैसे जारी रखी जाए।