अगर आपके पास एक योजना यानी एक रणनीति है तो आप ट्रेडिंग से ज्यादा कमाएंगे।
ट्रेडिंग रणनीति नियमों का एक संग्रह है जो परिभाषित करता है कि आप ट्रेड कब और कैसे खोल सकते हैं। आप इसे एक चेकलिस्ट के तौर पर देख सकते हैं: अगर आप सभी बॉक्स पर टिक लगा पा रहे हैं, तो आगे बढ़ते हुए एक ट्रेड खोलें। बाज़ार को तर्कसंगत रूप से देखने और प्रतिकूल ट्रेड एंट्री कम करने में रणनीति मदद करती है। नतीजतन, रणनीति के ज़रिए स्मार्ट निर्णय ले पाने की संभावना बढ़ जाती है।
कई अलग-अलग रणनीतियाँ उपलब्ध हैं, लेकिन उन सभी में आम तत्व होते हैं: ट्रेड खोलने या बंद करने की परिस्थितियां, और जोखिम प्रबंधन।
ट्रेडिंग रणनीति के तत्व (एलिमेंट्स)
ट्रेडिंग रणनीति के कई महत्वपूर्ण तत्व होते हैं:
1. असेट चयन
सबसे पहले आपको यह तय करना होगा कि आप किस असेट में ट्रेड करने जा रहे हैं। Olymptrade मुद्रा जोड़ियाँ, कमोडिटी, स्टॉक, इंडेक्स और क्रिप्टो जैसे विभिन्न ट्रेडिंग असेट्स पेश करता है। इन असेट्स में अस्थिरता के विभिन्न लेवल मौजूद हो सकते हैं और विभिन्न रणनीतियों की आवश्यकता हो सकती है।
उदाहरण के लिए, अन्य मुद्रा जोड़ियों की तुलना में AUD/USD और GBP/JPY ज्यादा ट्रेंड में चलते हैं।
2. बाज़ार चरण
उस चरण का अनुमान लगाएं जिसमें असेट की कीमत है। क्या कोई ट्रेंड या कोई रेंज मौजूद है? क्या आप ट्रेंड की दिशा में ट्रेड करेंगे या करेक्शन पर? प्रत्येक मामले के लिए रणनीति का तर्क (लॉजिक) अलग होगा।
उदाहरण के लिए, जब कोई रेंज मौजूद होता है, तो ट्रेडर रेंज के निचले भाग में अप ट्रेड खोलने की कोशिश करेंगे और रेंज के ऊपर डाउन ट्रेड खोलेंगे। अगर कोई ट्रेंड मौजूद है, तो ट्रेंड ट्रेडर्स सिर्फ इस ट्रेंड की दिशा में प्राइस एक्शन को देखने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
3. पोज़ीशन का आकार
आपकी रणनीति का एक महत्वपूर्ण जोखिम प्रबंधन पहलू पोज़ीशन का आकार निर्धारण करना है। यह निर्धारित करता है कि आप एक ही ट्रेड में अपनी कितनी पूंजी जोखिम में डालने को तैयार हैं। आम नियम यह है कि एक ही ट्रेड में अपने ट्रेडिंग खाते की शेष राशि (बैलेंस) का 1% से 2% से ज्यादा का जोखिम नहीं उठाना चाहिए।
उदाहरण के लिए: अगर आपके ट्रेडिंग खाते की शेष राशि (बैलेंस) 1,000 डॉलर है और आप प्रति ट्रेड 1% जोखिम उठाने का निर्णय लेते हैं, तो इसका मतलब है कि आप एक ट्रेड पर 10 डॉलर तक गंवाने को तैयार हैं।
4. प्रवेश बिंदु (एंट्री पॉइंट्स)
आपकी रणनीति द्वारा उन परिस्थितियों को स्पष्ट करने की आवश्यकता है जिनके तहत आप किसी ट्रेड में प्रवेश करते हैं। ये प्राइस एक्शन, तकनीकी इंडिकेटर या बुनियादी विश्लेषण पर आधारित हो सकते हैं।
उदाहरण के लिए, एवरेज इंटरसेक्शन रणनीति तीन इंडिकेटरों का इस्तेमाल करती है: 4 की अवधि वाला SMA, 60 की अवधि वाला SMA, और Parabolic। अप ट्रेड खोलने का सिग्नल तब होता है जब 4 की अवधि वाला SMA नीचे से 60 की अवधि वाले SMA को पार करता है, और Parabolic बिंदु (डॉट्स) कैंडलस्टिक के नीचे होते हैं।
5. निकास बिंदु (एग्जिट पॉइंट्स)
उतना ही महत्वपूर्ण, आपकी रणनीति को यह निर्दिष्ट करने की आवश्यकता है कि आप किसी ट्रेड से बाहर कब निकलेंगे, या तो मुनाफ़ा लेने के लिए या नुकसान को घटाने के लिए।
उदाहरण के लिए, पहले उल्लिखित एवरेज इंटरसेक्शन रणनीति में, ट्रेड को बंद करने का नियम तब लागू होता है जब Parabolic बिंदु कैंडलस्टिक के ऊपर चले जाते हैं।

6. जोखिम प्रबंधन
आपकी ट्रेडिंग पूंजी (कैपिटल) की सुरक्षा के लिए जोखिम प्रबंधन के नियम महत्वपूर्ण हैं। इन नियमों में Stop Loss और Take Profit के लेवल निर्धारित करने के साथ-साथ आपके जोखिम सहनशीलता के अनुसार पोज़ीशन का आकार एडजस्ट करना शामिल हो सकता है।
हमारे उदाहरण के अनुसार, आप अपने प्रवेश बिंदु के नीचे एक निश्चित मूल्य पर Stop Loss सेट कर सकते हैं, जो अगर ट्रेड आपके प्रतिकूल जाता है तो आपके नुकसान को सीमित करेगा।
7. रणनीति परीक्षण
ऐतिहासिक मूल्य डेटा पर आप अपनी रणनीति का परीक्षण कर सकते हैं यह देखने के लिए कि यह किस तरह प्रदर्शन करता, या आप डेमो खाते पर रियल टाइम में रणनीति की जांच कर सकते हैं। इस तरह, आप लाइव ट्रेडिंग शुरू करने से पहले साबित कर सकते हैं कि आपकी रणनीति कारगर है।
Olymptrade कई प्री-प्रोग्राम्ड ट्रेडिंग रणनीतियाँ उपलब्ध कराता है। मूल्य चार्ट पर तकनीकी विश्लेषण आइकन पर क्लिक करें और Instruments सूची में उपलब्ध रणनीतियों पर नज़र डालें। आप बाज़ार टैब में भी रणनीतियाँ पा सकते हैं। आपके द्वारा प्री-प्रोग्राम्ड रणनीति लागू करने के बाद, इसमें शामिल इंडिकेटर चार्ट पर दिखाई देंगे। इसका इस्तेमाल किस तरह करना है जानने के लिए रणनीति का विवरण देखें।

आगे
अगले लेसन में, आप Olymptrade के उपयोगकर्ताओं द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली सबसे आम ट्रेडिंग रणनीतियों के बारे में जानेंगे।